स्कूल में दवा पीते ही बच्चों के शुरू हुई पेट में दर्द उल्टी और बेचैनी, अस्पाल लेकर पहुंचे परिजन

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देहरादूनः रेस्ट कैंप स्थित होप प्रोजेक्ट स्कूल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों को आयरन फोलिक सिरप पिलाए जाने से बाइस बच्चों की तबियत बिगड़ गई। दवाई देते ही बच्चों के पेट में दर्द उल्टी और बेचैनी शुरू हो गई जिससे बच्चे जोर जोर से रोने लगे और स्कूल में हड़कंप मच गया। बच्चों के माता पिता और अभिभावकों को पता चला तो स्कूल में बड़ी संख्या में वे पहुंच गए और बच्चों को स्कूटर मोटरसाइकिल व ऑटो रिक्शा में दून अस्पताल ले कर पहुंचे।

अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज डॉक्टर मुकेश उपाध्याय का कहना है कि कैंप के माध्यम से बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड की डोज दी गई थी. इसके बाद बच्चों में पेट दर्द, नोसिया, वोमिटिंग की शिकायत होने लगी. उन्होंने कहा कि सभी बच्चे स्टेबल हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों में कोई मेजर लक्षण नहीं थे. ऐसे में सभी बच्चों को प्राथमिक उपचार देकर डिस्चार्ज कर दिया गया है. डॉ मुकेश उपाध्याय के मुताबिक अपने आप में दवा का कुछ ना कुछ साइड इफेक्ट जरूर होता है. कुछ लोगों में दवा की डोज लेने से साइड इफेक्ट होते हैं. जबकि कुछ लोगों में दवा के साइड इफेक्ट नहीं पाए जाते हैं. उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान बच्चों को इंजेक्टेबल्स और ओआरएस का घोल पिलाया गया. इसके अलावा बच्चों को घर में जो भी मेडिसिन दी जानी है, वो अस्पताल की ओर से परिजनों को प्रोवाइड कर दी गई हैं.

इस बीच क्षेत्र में रहने वाले महानगर कांग्रेस के महामंत्री आदर्श सूद ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को घटना की सूचना दी। धस्माना ने तत्काल दून अस्पताल के प्रधानाचार्य डाक्टर सयाना को बच्चों के इलाज के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा और स्वयं दून।अस्पताल पहुंच गए व बच्चों के डाक्टर मुकेश उपाध्याय से बातचीत कर उनका इलाज शुरू करवाया गया। सभी बच्चों को इंजेक्शन लगाए गए और दवा दी गई।

धस्माना ने घबराए हुए अभिभावकों को ढांढस बंधाया और लगभग पौना घंटा बच्चों को देखरेख में रख कर जब सभी बच्चे सामान्य हो गए तो धस्माना ने सभी बच्चों से तबियत के बारे में पूछा और फिर डाक्टर मुकेश उपाध्याय से परामर्श किया और सभी बच्चों की छुट्टी कर दी गई। इस अवसर पर धस्माना के साथ ब्लॉक अध्यक्ष धर्मपुर ललित भद्री, आदर्श सूद, पूर्व पार्षद अनूप कपूर और अनुजदत्त शर्मा उपस्थित रहे।