Uttarakhand: मोदी सरकार में भी राज्य को प्रतिनिधित्व की कमी है…।किसकी भाग्यशाली होगी?

0
26

उत्तराखंड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में हर बार की तरह प्रतिनिधित्व की कमी भी है। पांचों लोकसभा सीटों पर जीत के बाद भाजपा के राजनीतिक हलकों में एक ही सवाल उठ रहा है कि अजय भट्ट, अनिल बलूनी, त्रिवेंद्र सिंह रावत या अजय टम्टा में से किसकी भाग्यशाली भाग्यशाली होगी। भाजपा अकेले सरकार नहीं बनाने जा रही है, इसलिए एनडीए सरकार में उत्तराखंड राज्य का मंत्री बनना बहुत मुश्किल होगा।

बहरहाल, राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि राज्य के किस सांसद को इस बार मोदी कैबिनेट में एंट्री मिलेगी। दरअसल, 2014 की मोदी सरकार में उत्तराखंड के अजय टम्टा राज्यमंत्री बने थे। लेकिन यह भी देखा गया कि मोदी सरकार में एक बार बदले गए मंत्री को दोबारा मौका नहीं मिला। टम्टा एक बार हटे तो फिर कैबिनेट में उनकी वापसी नहीं हो पाई।

2019 की सरकार में टम्टा की जगह डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को मौका मिला। नैनीताल से सांसद अजय भट्ट को रक्षा और पर्यटन मंत्रालय का पद मिल गया। मोदी की तीसरी कैबिनेट में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व अब चर्चा का विषय बन गया है।

राजपरिवार ने कभी ऐसी दिलचस्पी भी नहीं की जाहिर

इस बार राज्य के दो सांसद, अजय भट्ट और अजय टम्टा, मोदी कैबिनेट में काम कर चुके हैं। क्या इनमें से किसी को मोदी कैबिनेट में पुरानी परंपरा से जुदा मौका मिलेगा? मंत्री पद के लिए टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह का नाम कभी चर्चा में नहीं आया। राजपरिवार ने कभी ऐसी रुचि नहीं दिखाई। माला के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत और अनिल बलूनी आते हैं।

दोनों नेता गढ़वाल क्षेत्र से हैं। बलूनी भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह के निकट हैं। केंद्रीय संगठन में उनकी राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख की महत्वपूर्ण भूमिका है। केंद्रीय नेताओं से उनके गहरे संबंधों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राजनाथ सिंह गढ़वाल के प्रचार में आए लोगों को बताया गया था कि वे सिर्फ एक सांसद नहीं चुन रहे हैं।

निचले सदन के लिए चुने जाने से पहले बलूनी राज्यसभा में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। लेकिन केंद्रीय सियासत की बदली तस्वीर में मीडिया प्रभारी के तौर पर उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। ऐसी स्थिति में दूसरा नाम हरिद्वार से सांसद चुने गए त्रिवेंद्र रावत का आता है। त्रिवेंद्र भी अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। वह अमित शाह के साथ संगठन में काम कर चुके हैं। उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है। पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके त्रिवेंद्र के नाम की भी सियासी हलकों में चर्चाएं हो रही हैं।

केंद्र सरकार में उत्तराखंड को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए, ऐसी हम अपेक्षा कर रहे हैं। परसों केंद्रीय मंत्रिमंडल का गठन होगा। हमें पूरा भरोसा है कि मंत्रिमंडल में उत्तराखंड भी होगा। – महेंद्र भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा