यूपी में सोने का व्यापार बढ़ गया है। इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि 2022-23 में कस्टम ने 20 किलोग्राम तस्करी का सोना पकड़ा था, जो 2323-24 में 140 किलोग्राम हो गया था। बनारस एयरपोर्ट और लखनऊ एयरपोर्ट से सबसे ज्यादा सोना पकड़ा जाता है। ये सोना दुबई से आता है। वहीं नेपाल, नार्थईस्ट, म्यांमार और बांग्लादेश से सड़क मार्ग से सेफ पैसे मिलते हैं।
कैरियर को बचते हैं केवल 25 हजार, मास्टरमाइंड को सात लाख
दुबई से जोखिम मोल लेकर सोना लाने वाले ‘कैरियर’ को एक राउंड में केवल 20 से 25 हजार रुपये मिलते हैं। जबकि मास्टरमाइंड को एक किलोग्राम सोने की तस्करी में करीब सात लाख रुपये का मुनाफा होता है। कैरियर पकड़ा गया तो दो से तीन महीने जेल में रहकर बाहर आ जाता है।
दुबई में 10 लाख रुपये किलो सस्ता सोना
सोने की तस्करी में तेजी की बड़ी वजह भारी भरकम कस्टम ड्यूटी है। सोने पर करीब 16 फीसदी ड्यूटी है। दुबई में सोना ड्यूटी फ्री है, इसलिए भारत की तुलना में वहां करीब 10 लाख रुपये प्रति किलोग्राम सस्ता है। इसी बड़े अंतर ने सोने की तस्करी को बढ़ावा दिया है। पिछले साल देश में करीब 2000 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था।
मोदी 11 अप्रैल को हरिद्वार में चुनावी जनसभा करेंगे, सीएम योगी का कार्यक्रम भी बदला गया
तस्करी में लिप्त कई ज्वेलर्स निशाने पर
तस्करी का सोना सराफा कारोबारियों के यहां बड़ी मात्रा में खप रहा है, इसीलिए राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने पिछले एक साल में प्रदेश के कई बड़े सराफा कारोबारियों के यहां छापे मारे हैं। पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक तस्करी के सोने की खरीद-फरोख्त कैश में होती है। इससे तैयार ज्वेलरी भी कैश भी बेची जाती है। यानी कालाधन खपाने का बड़ा जरिया तस्करी का सोना है। इसी इनपुट के बाद डीआरआई ने कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा सहित कई शहरों में छापे मारे। अभी भी कानपुर, लखनऊ, नोएडा, हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद, आगरा, मथुरा के कई कारोबारी जांच की जद में हैं।