‘चलती फिरती हुई आँखों से अजां देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी है मां देखी है’ मरहूम शायर मुनव्वर राना का यह शेर मां की अहमियत के बारे में सब कुछ बयां कर देता है। मां शब्द ही सुकून भरा है। भारतीय संस्कृति में मां को देवताओं से भी ऊंचा स्थान दिया गया है। आज ‘मदर्स डे’ है। इस दिन लोग मां के प्रति विशेष प्रेम और सम्मान प्रदर्शित करते हैं। हालांकि, मां को प्रेम और सम्मान देने के लिए हम किसी एक दिन के मोहताज नहीं है। फिल्मी दुनिया ने भी मां का चित्रण इतना शानदार किया कि फिल्मी किरदार भी लोगों के जेहन में बैठ गए। इस विशेष दिन पर हम आपको बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने मां का किरदार निभा कर खुद को स्क्रीन पर अमर कर लिया।
निरूपा रॉय
निरूपा रॉय 70 से 80 के दशक की वो अभिनेत्री हैं, जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर हर दिल में जगह बना ली। फिल्मी दुनिया में उनकी पहचान मां के तौर पर ही बनी। उन्होंने अपने दौर के लगभग हर हीरो के मां का किरदार निभाया है। उनकी अदाकारी और संवाद बोलने का अंदाज दर्शकों के दिल को छू लेता था। निरूपा रॉय ने फिल्म ‘दीवार’ में अमिताभ बच्चन और शशि कपूर का किरदार निभाया था, जिसे लोग आज भी याद करते हैं।
राखी
राखी ने अपने फिल्मी करियर में बहुत सी प्रसिद्ध फिल्मों में काम किया। उन्होंने शाहरुख और सलमान खान की फिल्म करण अर्जुन में मां का ऐसा किरदार निभाया कि वह एक मिसाल बन गईं। इस फिल्म में उन्होंने मां के अटूट विश्वास को इतना प्रभावी ढंग से दिखाया कि लोग आज भी रोते हैं।
फरीदा जलाल
हिंदी फिल्मों में फरीदा जलाल ने कई मांओं का किरदार निभाया। उनकी मां की भूमिका कभी भावुक, कभी हंसमुख थी। ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ में उन्होंने काजोल की मां का बेहतरीन अभिनय किया। अभिनेत्री ने कई फिल्मों में मां की भूमिका निभाई है, जैसे “कुछ कुछ होता है”, “कभी खुशी कभी गम” और “कहो ना प्यार है”।
रीमा लागू
कई फिल्मों में अभिनेत्री रीमा लागू ने मां का किरदार बखूबी निभाया है। दर्शक भी उनकी अदाकारी की खूब प्रशंसा करते हैं। दर्शक आज भी फिल्म ‘हम साथ हैं’ में उनकी मां की भूमिका को याद करते हैं। वह कयामत से कयामत तक, मैंने प्यार किया और कल हो ना हो में मां का किरदार निभा चुकी है।
किरण खेर
फिल्मों में मां का किरदार निभाते हुए किरण खेर ने भी अपने हर रूप को पर्दे पर दिखाया है। फिल्मों में किरण खेर ने एक “कूल मदर” की भूमिका निभाते हुए मां की छवि को पूरी तरह से बदल दिया। ‘देवदास’ में उन्होंने एक स्वाभिमानी और क्रूर मां की भूमिका निभाई। ‘दोस्ताना’ में वह एक युवा माँ की तरह दिखाई दीं। किरण खेर ने मां का किरदार निभाते हुए दर्शकों को काफी पसंद किया।
जया बच्चन
जया बच्चन ने पहले से ही अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया था। उनकी खूबसूरती की प्रशंसा करने वाले लोग थके नहीं थे। फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाने के बाद, उन्होंने मां का किरदार निभाने में भी बहुत मेहनत की। उन्होंने कभी खुशी कभी गम और कल हो ना हो में मां का किरदार निभाया है।