Ameesha Patel: नाटक से अभिनय की शुरुआत, हर-दिल-अजीज सीमा पार के इश्क ने बनाया, ऐसा रहा उसका फिल्मी सफर

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आज अभिनेत्री अमीषा पटेल का 49वां जन्मदिन है। अमीषा का जन्म मुंबई में 9 जून 1976 को हुआ था। अमीषा ने 2000 में आई फिल्म “कहो ना प्यार है” से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। इस फिल्म ने अमीषा को रातों-रात स्टार बनाया। अभिनेत्री की मासूमियत, खूबसूरती और अदाकारी ने प्रशंसकों का दिल जीत लिया। “गदर: एक प्रेम कथा” ने अमीषा पटेल को बहुत लोकप्रिय बनाया, लेकिन जिंदगी हमेशा एक ही दिशा में नहीं चलती। साथ ही, अभिनेत्री ने अपने जीवन में कई उतार चढ़ाव देखे हैं। मुश्किलों के दौरान भी अमीषा ने बहुत धैर्य से अपने आप को संभाला। आइए आज अमीषा पटेल के करियर और फिल्मों के बारे में जानते हैं।

नाटक से की अभिनय की शुरुआत

अमीषा पटेल ने सत्यदेव दुबे के थिएटर ग्रुप से अभिनय की शुरुआत की थी। उन्होंने उर्दू नाटक नीलम (1999) में भी अभिनय किया, जिसे तनवीर खान ने लिखा था। अमीषा ने फिर मॉडलिंग की और कई व्यावसायिक कंपनियों के लिए काम किया।

‘कहो ना प्यार है’ से बॉलीवुड में रखा कदम

2000 में अमीषा ने ‘कहो ना प्यार है’ कहा। अभिनेत्री ने उस समय हाई स्कूल पास किया था। वह दूसरे देश में पढ़ाई करना चाहती थीं। फिल्म में करीना कपूर को अमीषा ने मना किया था, लेकिन दो दिन की शूटिंग के बाद वह फिल्म छोड़ दी। अमीषा को फिर से संपर्क किया गया। इस बार अभिनेत्री ने फिल्म के लिए अपना अनुमोदन दे दिया। यह फिल्म उनके करियर में मिसाल बन गई। फिल्म की सफलता ने उन्हें एक रात में स्टार बनाया।

तेलुगु फिल्मों में भी किया काम

“कहो ना प्यार है” की सफलता के बाद, अभिनेत्री को दक्षिणी फिल्मों के प्रस्ताव भी आने लगे। तेलुगु में उनकी दूसरी फिल्म आई। वे पवन कल्याण की फिल्म बद्री में दिखाई दिए। इस फिल्म ने भारत में भी बहुत सफलता हासिल की।

‘गदर’ ने चमका दी किस्मत

2001 में अनिल शर्मा की फिल्म गदर: एक प्रेम कथा में सनी देओल के साथ नजर आईं। यह फिल्म भी हिट रही थी। इस फिल्म में सकीना के किरदार ने अमीषा को बहुत प्रभावित किया। उनकी मासूमियत भरी अदाकारी ने प्रशंसकों के दिल में एक अलग स्थान बनाया। उनका अभिनय बहुत सराहना मिला। उन्होंने अपने काम के लिए फिल्मफेयर स्पेशल परफॉर्मेंस पुरस्कार भी प्राप्त किया, साथ ही कई पुरस्कार समारोहों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए नामांकित भी हुईं।

फ्लॉप फिल्मों के समय भी खुद को संभाले रखा
2002 में अमीषा की चार फिल्में सफल नहीं हुईं। हालाँकि, उनकी फिल्म हमराज उस वर्ष की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक बन गई। उन्हें इस फिल्म में उनके प्रदर्शन के लिए फिल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार मिला। यह उसके निगेटिव किरदार की पहली फिल्म थी। 2003 से 2006 तक उनकी फिल्में बहुत सफल नहीं हुईं। अभिनेत्री की फिल्म “क्या यही प्यार है” भी कमजोर रही। हमको तुमसे प्यार है, ये है जलवा और आप मुझे अच्छे लगने लगें जैसी फिल्मों ने भी अमीषा को निराश किया। फिल्मों के अलावा, अमीषा की व्यक्तिगत जीवन भी चर्चा में रहा है। फिल्मी करियर से लेकर व्यक्तिगत जीवन में अभिनेत्री ने फिल्मी करियर से लेकर व्यक्तिगत जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे। बावजूद इसके उन्होंने धैर्य के साथ इनका सामना किया। पिछले साल आई ‘गदर 2’ में एक बार फिर से अभिनेत्री ने अपने अभिनय के लिए प्रशंसा हासिल की।