दून अस्पताल में एक ढाई साल की बच्ची इन्फ्लुएंजा पॉजिटिव पाई गई है, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सीएस रावत ने बताया। साथ ही, दून अस्पताल ने बताया कि बच्ची एच-1 एन-1 भी है। ध्यान दें कि आजकल बच्चे और बुजुर्ग भी इन्फ्लुएंजा-ए, एच-1 एन-1 और एच-3 एन-2 संक्रमण से पीड़ित हो रहे हैं।
बच्चों में इन्फ्लुएंजा की जांच कर रहे हैं: श्री मुखीजा
दून अस्पताल के बाल रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर मेजर डॉ. गौरव मुखीजा ने बताया कि हम बच्चों में एच-1 एन-1, एच-3 एन-1, एच-1 एन-2 का डर है, इसलिए हम इन्फ्लुएंजा की जांच कर रहे हैं। यह सभी प्रकार के इन्फ्लुएंजा हैं जो स्वाइन फ्लू को फैलाते हैं। हर साल बच्चों को इन्फ्लुएंजा-ए और बी से सर्दी और जुकाम होता है। यह घातक नहीं है। इसके अलावा, बच्चे इन्फ्लुएंजा के हर प्रकार की जांच में बहुत कम पॉजिटिव होते हैं। इन्फ्लुएंजा के हर प्रकार मरीज के फेफड़ों पर प्रभाव डालता है
लक्षण
शरीर में दर्द होना
बुखार
बुखार के साथ ठंड लगना
सर्दी होना