नैनीताल जिले में चरस और स्मैक का कारोबार बढ़ गया है। युवा पीढ़ी और संपन्न घरों के सदस्य भी इसके शिकार हो रहे हैं। नशे में डूबे युवा न सिर्फ अपराध कर रहे हैं, बल्कि उनका भविष्य भी खराब हो रहा है। हल्द्वानी उपकारागार में चोरी के मामले में गिरफ्तार आरोपियों को रखा गया है। इनमें से अधिकांश आरोपी पेय पदार्थों के आदी हैं।
हाल ही में सुशीला तिवारी अस्पताल में एक युवक ने डाक्टरों के कमरे से बैग और लैपटॉप चोरी कर करोड़पति बन गया। स्मैक पीने से उसका भविष्य बर्बाद हो गया है। घर वाले पैसे नहीं देते थे तो चोरी करने लगे। ऊधमसिंह नगर में पुलिस ने एक चोर को गिरफ्तार किया था, जिसने टीपीनगर और मंडी चौकी क्षेत्र से चोरी की थी। इस चोर ने स्मैक खरीदने के लिए पैसे जुटाने के लिए अब तक बीस चोरी की है। जेल से बाहर आने के बाद चोरी करने लगता है।
मुखानी में एक महीने पहले 25 साल का एक युवक शराब पीकर मर गया था। आरटीओ कार्यालय ने युवा का शव पाया। चोरी के मामले में युवा जेल गया था। ऐसे अनेक उदाहरण हैं। आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने नशे के आंकड़े मांगे हैं, जो बहुत चौंकाने वाले हैं।
ये नशा हर साल बढ़ता ही जाता है। स्मैक के मामले हर साल बढ़ रहे हैं। जनवरी 2024 से 30 अप्रैल तक, नैनीताल जिले में 59 अभियोग दज किए गए। इसमें 68 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 10.33 kg चरस, 681 kg स्मैक, 111 kg गांजा और 210 इंजेक्शन इनसे पकड़े गए हैं।
नशीले इंजेक्शन के साथ एक पकड़ा
धानमिल चौराहा, टीपीनगर में बृहस्पतिवार को एसओजी और कोतवाली पुलिस ने संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की जांच की। उस समय एक मोटरसाइकिल सवार को रुकने का संकेत दिया गया था। उस समय एक व्यक्ति बाइक पर चढ़कर भाग गया, जबकि दूसरा व्यक्ति हत्थे चढ़ गया। तलाशी में उसके पास 54 नशे के इंजेक्शन मिले। पुलिस ने भागे व्यक्ति की बाइक और मोबाइल को पकड़ा। पकड़े गए आरोपी का नाम गुलफाम था, जो इस्लामनगर वार्ड 6 गदरपुर में रहता था और उसका वर्तमान पता गौजाजाली उत्तर बनभूलपुरा था। अभिषेक आर्या को फरार आरोपी बताया जा रहा है।