योग साधना का प्रतीक बना SGRRU, उत्तम अग्रहरि ने रचा इतिहास

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देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ योगिक साइंस एंड नेचुरोपैथी के मेधावी छात्र उत्तम अग्रहरि ने योग के क्षेत्र में देश का नाम रोशन करते हुए एक अनोखा राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उत्तम ने ताड़ासन की एक ही मुद्रा में लगातार *3 घंटे 3 मिनट तक खड़े रहकर यह ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया। इस उपलब्धि को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में विधिवत दर्ज किया गया।

इस रिकॉर्ड की विधिवत पुष्टि इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की प्रतिनिधि डॉ. श्वेता झा की उपस्थिति में की गई, जिन्होंने पूरी प्रक्रिया की निगरानी और रिकॉर्डिंग की। विश्वविद्यालय परिवार में इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर खुशी की लहर दौड़ गई।

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इस अवसर पर श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के माननीय प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज, कुलपति डॉ. (प्रो.) कुमुद सकलानी, एवं कुलसचिव डॉ. लोकेश गंभीर ने उत्तम अग्रहरि को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।

उत्तम अग्रहरि, वर्तमान में विश्वविद्यालय से एम.एससी. योगिक साइंस एंड ऑल्टरनेटिव थैरेपीज़ का अध्ययन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय की डीन डॉ. कंचन जोशी ने बताया कि उत्तम एक अनुशासित, प्रतिभाशाली और समर्पित छात्र हैं। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उनकी निरंतर साधना और योग के प्रति प्रतिबद्धता का परिणाम है।

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय की यह गौरवशाली परंपरा रही है कि इसके छात्र-छात्राएं समय-समय पर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट उपलब्धियाँ प्राप्त करते रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रबंधन न केवल इन छात्रों को नियमित प्रोत्साहन देता है, बल्कि उनके शैक्षणिक खर्च, आवास व भोजन की संपूर्ण व्यवस्था भी करता है।

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की अनुषंगी संस्था है, जिसका मुख्यालय फरीदाबाद (हरियाणा) में स्थित है। अब तक इसमें 40,000 से अधिक रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हैं। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अंतर्गत 48 एशियाई देश सदस्य हैं, और इसका मुख्यालय वियतनाम में है।

उत्तम अग्रहरि की इस उपलब्धि से न केवल श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, बल्कि उत्तराखंड राज्य और सम्पूर्ण देश का भी नाम ऊँचा हुआ है। उन्होंने योग की अंतरराष्ट्रीय पहचान को और सशक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ. मालविका सती कांडपाल, डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद रयाल, डॉ. सरस्वती काला, डॉ. अनिल थपलियाल, डॉ. बिजेन्द्र सिंह, डॉ. प्रेरणा तथा डॉ. ओम नारायण तिवारी सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।