देहरादून। उत्तराखंड पहला राज्य है जिसने आपदा
प्रबंधन मंत्रालय बनाया था। आज से करीब 14 साल पूर्व यानी 2010 में इसका ढांचा बना था। जिसमें अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों के कई पद सृजित किए गए थे।
लेकिन इस विभाग में इस्तीफों का दौर सिलसिलेवार जारी है। बताया जा रहा है की संविदा और आउटसोर्स के माध्यम से कार्यरत कर्मचारी वर्षो से इस्तीफे दे रहे है और अभी विभाग से फिर कुछ अधिकारी एवं कर्मचारी इस्तीफा देने की तैयारी में है।
अब मानसून आने वाला है और मानसून के साथ साथ उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में आपदा आने के भी संपूर्ण आसार है। ऐसे में अगर आपदा प्रबंधन विभाग में पर्याप्त कर्मचारी ही नही रहेंगे तो इस विभाग के बनाए जाने का तात्पर्य क्या हुआ ?
इस्तीफे देने का कारण बताया जा रहा है की जबसे इस विभाग का सृजन हुआ है तबसे इसमें कार्यरत अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों को न तो नियमित किया गया है और न ही उनकी पदोन्नति हुई है। अधिकारी व कर्मचारियों का कहना है की इतने वर्षों बाद भी सरकार के द्वारा उनके सुरक्षित भविष्य के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है।