देहरादून। श्री हेमकुंट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष ने मंगलवार को उत्तराखंड राज्य के नव नियुक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (HOFF) समीर सिन्हा से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष ने सिन्हा को उनके नए पदभार की बधाई और शुभकामनाएं दीं।
यह मुलाकात विशेष रूप से दो प्रमुख स्थलों—फूलों की घाटी और श्री हेमकुंट साहिब—के संरक्षण, प्रबंधन और सतत विकास से जुड़ी रणनीतियों पर केंद्रित रही। दोनों स्थलों की धार्मिक, पर्यावरणीय और सांस्कृतिक महत्ता को देखते हुए यह वार्ता अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

फूलों की घाटी, एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, चमोली जनपद में स्थित है और अपनी दुर्लभ हिमालयी पुष्प प्रजातियों व अद्वितीय जैव-विविधता के लिए प्रसिद्ध है। वहीं, श्री हेमकुंट साहिब, समुद्र तल से लगभग 4,632 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, सिख समुदाय का एक अत्यंत पवित्र तीर्थ स्थल है, जहां दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह ने तपस्या की थी।
समीर सिन्हा की पूर्व सेवाओं के दौरान इस क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों की भी चर्चा हुई। उन्होंने भ्यूंडार घाटी में ईको-डेवलपमेंट कमेटी (EDC) के गठन और स्थानीय समुदायों को पर्यावरणीय संरक्षण में भागीदारी दिलाने जैसे कई सराहनीय प्रयास किए हैं, जिससे इस क्षेत्र में टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा मिला है।
बैठक में दोनों पक्षों ने पर्यटन के दबाव को संतुलित करने, पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने, और वैकल्पिक मार्गों व बेहतर बुनियादी ढांचे के विकास जैसे विषयों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। साथ ही, पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को अपनाने और श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ-साथ प्राकृतिक विरासत को संरक्षित रखने के उपायों पर भी चर्चा हुई।
श्री हेमकुंट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट और उत्तराखंड वन विभाग ने इस बात पर सहमति जताई कि वे आपसी सहयोग को और सशक्त बनाकर क्षेत्र में पर्यटन और तीर्थयात्रा को अधिक सुव्यवस्थित, सुरक्षित और टिकाऊ बनाने की दिशा में संयुक्त प्रयास करेंगे।