पाकिस्तान ने नहीं माना सीजफायर: कई इलाकों में ब्लैकआउट, उधमपुर में धमाका; श्रीनगर-बारामूला-छंब में गोलीबारी

0
10

पाकिस्तानी सेना सीजफायर नहीं मानी। सीजफायर की घोषणा होने के बाद पाकिस्तानी सेना ने शाम करीब 7:30 बजे सबसे पहले राजोरी के सुंदरबनी सेक्टर में गोलाबारी शुरू कर दी। हालिया तनातनी के बाद यह पहला मौका है जब पाकिस्तान ने सुंदरबनी सेक्टर में मोर्चा खोला। आरएसपुरा सेक्टर, कानाचक के ललयाल, मढ़ के गोल पटन, पुंछ, नौशेरा, सांबा, उधमपुर में भी धमाके सुनाई दिए हैं। रात करीब साढ़े आठ बजे श्रीनगर में एक के बाद एक कई धमाके हुए हैं। जम्मू में ड्रोन देखे जाने की बात सामने आई है।

धमाकों की आवाज से टूटे घरों के शीशे
सीजफायर की घोषणा के बाद लोग चर्चाओं में मशगूल हो गए कि अब शांति आएगी। पर, शाम 7:30 बजते ही पाकिस्तान की तरफ से सुंदरबनी व उससे सटे क्षेत्रों में पहली बार भारी हथियार से गोलाबारी की गई। सुंदरबनी के साथ लगते गांव पैली के युवा राहुल शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से दागे आर्टिलरी के गोले उनके गांव व जंगल में गिरे। इन धमाकों के साथ ही स्थानीय लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर ठौर लिया। उन्होंने बताया कि धमाकों की आवाज इतनी जोरदार थी कि लोगों के घरों के शीशे तक टूट गए। गोलाबारी के साथ ही ड्रोन से भी हमला किया गया जिसे हवा में ही मार गिराया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें पाकिस्तान और पाकिस्तानी फौज पर कतई भरोसा नहीं। छंब सेक्टर में भी सीजफायर का उल्लंघन हुआ है।
सीजफायर उल्लंघन पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीटर पर ट्वीट कर लिखा, आखिर संघर्ष विराम का क्या हुआ? श्रीनगर में धमाकों की आवाजें सुनी गईं!!!

वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि श्रीनगर में कई विस्फोट हुए हैं। लालचौक, बीबी कैंट एरिया और सफापोरा में विस्फोट हुए हैं।

कठुआ में ब्लैकआउट, अरनिया और उधमपुर में फायरिंग
अरनिया व कानाचक में कम से कम तीन-तीन ड्रोन देखे गए। बीएसएफ ने दोनों जगह ड्रोनों को नष्ट करने के लिए फायरिंग की। सांबा में भी ड्रोन देखे गए। सांबा, राजौरी के साथ ही कठुआ में भी ब्लैकआउट कर दिया गया है। सायरन की आवाज भी गूंज रही है। आरएसपुरा सेक्टर में भी धमाके शुरू होते ही प्रशासन ने सायरन बजाकर अलर्ट किया। उधमपुर में फायरिंग की आवाजें गूंज रही हैं। जम्मू में ब्लैकआउट तो नहीं है, लेकिन लोगों ने खुद ब्लैकआउट कर दिया है। जहां लाइटें जलती दिख रहीं, वहां पुलिस बंद करा रही है। रामगढ़ क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से छोटे हथियारों से गोलीबारी की जा रही है। सेना सभी जगहों पर मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा: सीएम उमर अब्दुल्ला
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सीजफायर के एलान के बाद घर पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चंद मिनट पहले भारत सरकार के प्रवक्ता की ओर से जो भारत और पाकिस्तान के दरमियान दोबारा सीजफायर को कायम करने का जो एलान हुआ उसका मैं दिल की गहराईयों से खैरमकदम करता हूं।

सीएम उमर ने कहा कि देर आये दुरुस्त आये। दो-तीन दिन पहले आया होता तो शायद जो खून खराबा हमें देखने को मिला, जो जानें हमने गवाई वो कीमती जानें आज मेहफ़ूज होती। लेकिन चलिए आखिरकार पाकिस्तान के डीजीएमओ ने फोन उठाकर हमारे डीजीएमओ से बात करके दोबारा सीजफायर जम्मू कश्मीर और बाकी इलाकों में कायम किया।

आगे कहा कि अब मौजूदा जम्मू कश्मीर की हकूमत की जिम्मेदारी बनती है कि जहां-जहां नुकसान हुआ है, नुक्सान का हम मुआयना कर उसका आकलन करें और लोगों को मुआवजा पहुंचाना शुरू करें। जहां लोग घायल हैं उनका भी सही से इलाज हो, उन्हें भी मुआवजा मिले। जैसा आज सुबह एलान हुआ है जहां-जहां कीमती जानें गई हैं। उन लोगों को हम वापिस नहीं ला सकते लेकिन उनके गम में शरीक होके उन घरों को थोड़ी राहत पहुंचाने की कोशिश करेंगे।

आगे कहा कि नुकसान जम्मू शहर में हुआ है, लेकिन शहर से बाहर पूंछ में काफी तबाही मची है। कल राजौरी में बहुत नुक्सान हुआ,  तंगधार पहले दिन से निशाना बना है। जैसा मैंने अभी कहा कि सभी डीसी को हिदायत दी गई है कि नुकसान का आकलन कर हम तक रिपोर्ट पहुंचाएं। ताकि हम जल्द  लोगों तक मुआवजा पहुंचाने की कोशिश करेंगे। इसके साथ साथ कई दिनों से हवाई अड्डा बंद रहा है, उम्मीद करते हैं कि सीजफायर के बाद हवाई अड्डा फिर से खुलेगा और हमारे यहां से जो हाजी, हज के लिए जाना था नहीं जा पाए। जैसे ही हवाई अड्डा खुलता है हम उनको यहां से रवाना शुरू करेंगे।

भारत-पाकिस्तान के बीच आज शाम पांच हुआ था सीजफायर का एलान
रक्षा मंत्रालय की प्रेसवार्ता में कॉमेडोर रघु नायर ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हो गया है। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने कई झूठ बोले हैं। पाकिस्तान झूठी खबरें फैला रहा है। उनके वरिष्ठ सेना अधिकारी ने झूठा आरोप लगाया कि भारतीय सेना ने मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया। लेकिन भारतीय सेना ने ऐसा कुछ नहीं किया। सशस्त्र बलों ने सैन्य ठिकानों को नुकसान नहीं पहुंचाया।