कड़ाके की ठंड ने हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग का निर्माण कार्य रोक दिया है। घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक बर्फ जम गई है। हाल ही में सीमेंट का काम बंद कर दिया गया था, लेकिन तापमान अब -10 से -2 तक जा रहा है। ऐसे में यहां काम करने वाले लोनिवि के आठ कर्मचारी वापस आ गए हैं।
2022 के शुरुआत में पैदल मार्ग की मरम्मत की गई। हेमकुंड साहिब से पुलान तक बहुत सारे निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। इसमें घोड़ा पड़ाव, पार्किंग, यात्री शेड, रेन शेल्टर, रास्ते का निर्माण और रेलिंग शामिल हैं।
इसके लिए राज्य ने लोक निर्माण विभाग को 3 करोड़ 96 लाख रुपये दिए। लोनिवि ने शीतकाल में भी काम करने का फैसला किया था, लेकिन स्थानीय ठंड के कारण कर्मचारी काम नहीं कर पा रहे हैं। अब वह निचले पदों पर वापस आ गए हैं।
अब तक किया गया काम
हेमकुंड साहिब यात्रा के पैदल मार्ग पर पुलना से हेमकुंड साहिब (16 किमी) तक 80 में से 70 मोड़ों की मरम्मत की जा चुकी है। जबकि अटलाकुड़ी में बचाव हेलिपैड का काम सत्तर प्रतिशत पूरा हो चुका है। घांघरिया और पुलना में घोड़ा पड़ाव का निर्माण पूरा हो गया है। 14 रेन शेल्टर भी बनकर तैयार हैं।
हेमकुंड साहिब क्षेत्र में भारी ठंड है। घांघरिया से आगे बर्फ जम गई है, इसलिए काम बंद करना पड़ा है और कर्मचारियों को वापस बुलाया गया है। आगामी मई से फिर से कार्य शुरू होगा।