हल्द्वानी में हादसा: रजाई-गद्दों की दुकान वेल्डिंग की एक चिंगारी से जली, इस तरह कारोबार चल रहा था; भारी क्षति

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बनभूलपुरा थाने के सामने रजाई-गद्दों की दुकान में आग लगी। घटना ने आसपास के दुकानदारों को परेशान कर दिया। दमकल दल ने तीन फायर टेंडर की मदद से आग को दो घंटे में नियंत्रित किया। 10 हजार रुपये की नकदी, रुई और रजाई-गद्दे आग में जल गए।

अंजुमन इस्लामिया बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय में वर्तमान में कुछ जगह खाली है। अशरत अली, संभल के निवासी, विद्यालय की जमीन किराये पर लेकर रजाई-गद्दों का कारोबार करते हैं। बताया कि आसिफ की दुकान पड़ोस में वेल्डिंग कर रही थी। रूई ने इसकी चिंगारी से आग पकड़ ली। आग लगते ही आसपास के लोग आए और थाने को भी बताया। तीन घंटे बाद, फायर बिग्रेड की टीम ने स्कूल के गेट को तोड़ दिया और छत से टिन शेड की दुकानों में पानी डालना शुरू किया। दुकान के सामने एक फायर टेंडर से पानी डाला गया। दो घंटे की कठिन कोशिश के बाद आग को नियंत्रित किया गया। दुकान मालिक ने कहा कि 10 हजार रुपये नकद और डेढ़ लाख रुपये का सामान जल गया था।

स्कूल के फर्नीचर ने भी पकड़ी आग

आग लगने से आसपास के घरों में हड़कंप मच गया। टिन की दुकानों के एक तरफ घर था, दुकान दूसरी तरफ थी और स्कूल पीछे था। बगल के घर में आग लगने से दीवारें गर्म हो गईं। दीवार पर लगा हुआ पीवीसी पिघलने लगा। लोग इससे घबरा गए। लोग घरों से सामान निकालने लगे। उधर, आसपास के लोगों ने छत में पानी की टंकियों से बाल्टी भरकर दीवारों में डाला। इन घरों में बड़ी क्षति नहीं हुई और आग नहीं लगी।

दमकल की गाड़ियां एक घंटा लेट पहुंचीं, लोगों ने पेयजल टैंकर रोका

दमकल की गाड़ियां फोन करने के एक घंटे बाद पहुंचीं, लोगों का दावा है। इंदिरानगर में पेयजल की कमी हो गई है, कहते हैं। इस समय जल संस्थान का टैंकर पानी लेकर जा रहा था। लोगों ने इस टैंकर को नियंत्रित किया। फिर घरों से बाल्टी लाए। लोगों ने आग को बिग्रेड करने तक टैंकर से पानी लेकर उसे बुझाने का प्रयास किया।

स्कूल का गेट का ताला तोड़कर निकली किताबें

स्कूल में आग लग सकती थी जब आग बढ़ रही थी। यह देखकर स्कूल के गेट का ताला तोड़ा गया। इसके बाद किताबों को बाहर निकालकर कमरों का ताला तोड़ दिया। फिर भी फर्नीचर और कुछ पुस्तकों में आग लगी।

वेल्डिंग मशीन से निकली चिंगारी से आग लगने की बात सामने आई है। विभागीय टीम इसकी जांच कर रही है। नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है।

-मनिंदर पाल सिंह, एफएसओ