‘प्रिय ग्राहक आज रात 9.30 बजे आपकी बिजली कट जाएगी’, क्या आपके पास भी ये मैसज आया है? साइबर क्रिमिनल्स मासूम लोगों को ठगने के लिए इस मैसेज का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, सरकार ऐसे मैसेज भेजने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. बिजली बिल और बिजली कनेक्शन की KYC कराने के नाम पर जो साइबर क्राइम का खेल चल रहा है, टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने उसके खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं. हाल ही में टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने संदिग्ध पाए गए कई मोबाइल नंबरों को बंद किया है.
सरकारी मीडिया एजेंसी पीआईबी ने जानकारी दी कि इलेक्ट्रिसिटी केवाईसी अपडेट स्कैम से लोगों को बचाने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है. साइबर जालसाज लोगों के पास SMS और वॉट्सऐप के जरिए बिजली का कनेक्शन बंद करने का फेक मैसेज भेजते हैं. जो लोग उनके चंगुल में फंसते हैं, उनके साथ ठगी की जाती है.
चक्षु पोर्टल पर बिजली बिल स्कैम की रिपोर्ट
साइबर क्राइम के प्रति जागरूक और अलर्ट रहने वाले लोगों ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट के ‘संचार साथी’ पोर्टल पर ‘चक्षु-रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशन’ फैसिलिटी के जरिए संदिग्ध धोखाधड़ी मैसेज की रिपोर्ट की है. इससे टेलीकॉम डिपार्टमेंट को साइबर अपराध और पैसों की धोखाधड़ी से निपटने और उसे रोकने में मदद मिलती है.
जांच के घेरे में 31,740 मोबाइल नंबर
लोगों ने चक्षु पोर्टल पर शिकायत दी कि साइबर क्रिमिनल्स बिजली केवाईसी अपडेट और खतरनाक एपीके फाइलों (ऐप) से जुड़े एसएमएस और वॉट्सऐप मैसेज भेज रहे हैं. इस तरह ये जालसाज पीड़ितों के मोबाइल में हेरफेर करते हैं, और उनके फोन का कंट्रोल पाने में कामयाब हो जाते हैं.
टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने शुरुआत में धोखाधड़ी वाले पांच मैसेज की पहचान की. चक्षु पोर्टल के एआई-बेस्ड एनालिसिस से पता चला कि 31,740 मोबाइल नंबरों से जुड़े 392 हैंडसेट ऐसी धोखाधड़ी में शामिल थे.
मोबाइल ब्लॉक करने का आदेश
दूरसंचार विभाग ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को साइबर अपराध, पैसों की धोखाधड़ी के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल में लाए गए 392 मोबाइल हैंडसेट को पूरे भारत में IMEI के आधार पर ब्लॉक करने का निर्देश दिया है.
इसके अलावा कंपनियों को इन मोबाइल हैंडसेट से जुड़े 31,740 मोबाइल कनेक्शनों का फिर से वेरिफिकेशन करने के लिए भी कहा गया है. फिर से होने वाली वेरिफिकेशन में फेल होने पर रिपोर्ट किए गए नंबर तत्काल बंद और संबंधित मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक हो जाएंगे.
यह पहल टेलीकॉम नेटवर्क की सुरक्षा बढ़ाने और लोगों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट की प्रतिबद्धता को दिखाता है.
इन मैसेज में क्या होता है?
ये मैसेज अक्सर लोगों पर तुरंत दबाव बनाने के लिए किए जाते हैं, जैसे कि बकाया बिल का भुगतान करना या गलत बिल की जानकारी के बारे में शिकायत करना. इन मैसेज में आपको डराने या परेशान करने की कोशिश की जाती है, जैसे कि “आपकी बिजली कट जाएगी” या “आपके बैंक खाते से पैसा काट लिया जाएगा” या “केवाईसी अपडेट नहीं की तो बिजली कनेक्शन कट जाएगा”.