Alert: शाह ने महत्वपूर्ण बैठक की, मानसूनी बारिश से पहले सरकार अलर्ट; बाढ़ की तैयारी की समीक्षा की

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बिहार, असम और अन्य पूर्वी राज्यों के कई भाग हर साल मानसून की बारिश से जलमग्न हो जाते हैं। यही कारण है कि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून के दौरान होने वाली बाढ़ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की।

यह लोग बैठक में मौजूद

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और केंद्रीय जय शक्ति मंत्री सीआर पाटिल मौजूद रहे। बैठक में जल संसाधन, नदी विकास और संरक्षण, पृथ्वी विज्ञान, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन, सड़क परिवहन और राजमार्ग, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, एनडीएमए के सदस्य, एनडीआरएफ और आईएमडी के महानिदेशक, सीडब्ल्यूसी, एनएचएआई के अध्यक्ष और संबंधित मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।

इससे पहले गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया था कि देश में बाढ़ से निपटने की समग्र तैयारियों की समीक्षा के लिए आज गृह मंत्री अमित शाह एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

गौरतलब है कि मानसून के दौरान भूस्खलन और बारिश से जुड़ी अन्य समस्याओं का सामना उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम और कुछ अन्य राज्यों ने भी किया है। तमिलनाडु, केरल और जम्मू कश्मीर में भी हाल ही में बाढ़ आई है।

37 लोगों की गई जान
अधिकारियों ने बताया कि इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान के कारण असम में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 37 हो गई है जबकि एक व्यक्ति लापता है।

असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर, 1.17 लाख से अधिक लोग प्रभावित
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राज्य में बाढ़ की स्थिति रविवार को भी गंभीर बनी हुई है और राज्य के 10 जिलों में 1.17 लाख से अधिक लोग अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बाढ़ के पानी ने इन जिलों के 27 राजस्व सर्किलों में 968 गांवों को जलमग्न कर दिया है।

उनका कहना था कि अधिकारी वर्तमान में 134 राहत शिविर और 94 राहत वितरण केंद्रों का संचालन कर रहे हैं। वर्तमान में यहां 17,661 लोग रह रहे हैं। सरमा ने यह भी कहा कि बराक घाटी के करीमगंज में कुशियारा नदी खतरे के निशान से ऊपर है।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने बताया कि शनिवार को बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या में कमी आई, जिससे बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ, हालांकि दो और लोगों की मौत हुई। 47,795 मुर्गियों सहित 2,20,546 जानवर बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, और 3,995.33 हेक्टेयर की फसल अभी भी बाढ़ के पानी में है।

एएसडीएमए ने बताया कि राज्य भर से घरों, पशु शेड, सड़कों, पुलों और तटबंधों जैसे विभिन्न बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचने की खबर है।

बाढ़ ने घर, सड़कें, पुल, मवेशी शेड तटबंधों और अन्य स्थानों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से असम के कई हिस्सों में बाढ़ आई है। लेकिन राज्य के कुछ हिस्सों में कम बारिश से कुछ क्षेत्रों को राहत मिली है। शुक्रवार शाम तक, बाढ़ ने कामरूप, तामुलपुर, हैलाकांडी, उदलगुरी, होजई, धुबरी, बारपेटा, विश्वनाथ, नलबाड़ी, बोंगाईगांव, बक्सा, करीमगंज, दक्षिण सलमारा, गोलपारा, दरांग, बाजाली, नागांव, कछार और कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिलों में 3,90,491 लोगों को मार डाला। गुरुवार को भी 4.09 लाख था।