वन विभाग का अतिक्रमण हटाओ अभियान तेजी से जारी है। विभाग ने पिछले छह महीने में मात्र 1305 हेक्टेयर वन क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया है, जबकि अभी भी 10 हजार 500 हेक्टेयर वन क्षेत्र अतिक्रमण के अधीन है।
मंगलवार को राजाजी टाइगर रिजर्व में एक मंदिर को हटाया गया था। राजाजी टाइगर रिजर्व के बेरीवाला फॉरेस्ट रेंज में डालूवाला माजमाता गांव के पास बनी मजार को हटाने की पूर्व सूचना दी गई थी। मंगलवार को जिला प्रशासन और राजा टाइगर रिजर्व प्रशासन ने पार्क के भीतर एक अवैध मंदिर को तोड़ डाला।

छह महीने में लगभग 1305 हेक्टर वनभूमि अतिक्रमण से मुक्त
राजाजी टाइगर रिजर्व के अधिकारी और जिला प्रशासन ने कुछ हफ्ते पहले मजार को हटाने पर चर्चा की। इसके बाद अवैध मजार के खादिम को सूचना दी गई और जमीन के दस्तावेजों को दिखाने को कहा गया। यह अतिक्रमण हटाने के लिए एक बार फिर खुद ही नोटिस दिया गया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। समय समाप्त होने पर पार्क प्रशासन की टीम ने मंगलवार सुबह इस अवैध मजार को ध्वस्त कर दिया।
जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि गैरकानूनी धार्मिक चिह्न को हटाने में पर्याप्त समय लगा। आज वन विभाग ने इसे पूरा किया। डॉ. पराग मधुकर धकाते, अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी, ने बताया कि उत्तराखंड में पिछले छह महीने में करीब 1305 वन क्षेत्र अतिक्रमण से मुक्त हुए हैं। मजार में कोई मानवीय अवशेष नहीं पाया गया है। वनक्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त करने का काम अभी भी चलेगा, उन्होंने कहा।