मार्च 2023 से भारत में इंटरनेट स्पीड 10 गुना बढ़ जाएगी। केंद्रीय सरकार ने अगले दो दशक के लिए 5G स्पेक्ट्रम खरीदने की अनुमति दी है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि देश को मार्च 2023 से 5G सेवाएं मिल जाएंगी। इस बीच, सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है कि 5G सेवाओं के लिए व्यक्ति को कितनी राशि खर्च करनी चाहिए? आज भास्कर एक्सप्लेनर में समझना
फर्स्ट फेज में देश के 13 शहरों में होगी 5G इंटरनेट की शुरुआत
5G शुरू करने वाली 3 टेलीकॉम कंपनियां भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया काम कर रही हैं। इन कंपनियों ने टेस्ट और ट्रायल कर लिया है। 5G इंटरनेट किस तारीख से शुरू किया जाएगा इसका आखिरी फैसला टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI को लेना है।
4G के मुकाबले 10-40% तक महंगे होंगे 5G प्लान्स
साफ है कि दुनिया बड़ी टेलीकॉम कंपनियों के अनलिमिटेड 5G प्लान्स 4G की तुलना में महंगे हैं। कंपनियों ने अपने-अपने हिसाब से 10% से 40% तक की बढ़ोत्तरी की है। भारत में जब 5G सर्विस लॉन्च होगी, तो यही ट्रेंड देखने को मिल सकता है। यानी, भारत में भी 5G प्लान्स 4G के मुकाबले 10-40% तक महंगे हो सकते हैं।
4G के मुकाबले 1 GB डेटा की कीमत 5G में सस्ती पड़ेगी
याद कीजिए 2G का दौर जब 1 जीबी डेटा में पूरा महीना गुजर जाता था। 3G आने के बाद डेटा की खपत बढ़ी और 4G आने के बाद तो रोजाना 1 से 2 जीबी डेटा खर्च होने लगा। जाहिर है 5G आने के बाद डेटा की खपत कई गुना बढ़ जाएगी। इंडिया मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडेक्स 2021 के मुताबिक 2020 में भारत में डेटा की खपत 36% बढ़ी है और आगे भी जारी रह सकती है। ऐसे में एक्सपर्ट्स उम्मीद जता रहे हैं कि 5G का अनलिमिटेड प्लान भले ही महंगा हो, लेकिन 1GB 5G डेटा की औसत कीमत 4G की तुलना में कम हो सकती है।
क्या होगा फायदा?
5G इंटरनेट सेवा के आने से इंटरनेट इस्तेमाल करने के एक्सपीरियंस में काफी कुछ बदलाव आएगा. इसकी मदद से आप 3 घंटे की एचडी मूवी को सेकंड में डाउनलोड कर सकते हैं, जोकि अभी तक 4जी में संभव नहीं है. मनोरंजन और संचार के क्षेत्र में क्या कुछ बदलाव होंगे, आइए जानते हैं.
- अपलोडिंग और डाउनलोडिंग होगी तेज
- वीडियो गेमिंग के क्षेत्र में भी होगा बड़ा बदलाव.
- ऑडियो और वीडियो कॉल की क्वालिटी काफी बेहतर हो जाएगी.
- यूट्यूब का वीडियो बिन बफरिंग के चलेगा.
- मोबाइल टावर दूर होने पर भी इंटरनेट आसानी से चलेगा.
- कृषि क्षेत्र में खेतों की देखरेख में ड्रोन का इस्तेमाल करना संभव होगा.
- मोबाइल की बैटरी की खपत कम होगी.
- मेट्रो और बिना ड्राइवर चलने वाली गाड़ियों को ऑपरेट करना आसान होगा.
- 5G आने से इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) के जरिए ज्यादा से ज्यादा कंप्यूटर सिस्टम को कनेक्ट करना आसान होगा.