तेजी से बदलते मौसम के बीच उत्तराखंड में हवाई सेवा चलाना एक बड़ी चुनौती से कम नहीं है। यही कारण है कि चारधाम की यात्रा हेली सेवा से करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब तीर्थयात्रियों को हवाई सफर से पहले मौसम का हाल जानना होगा।
इसके लिए मौसम विज्ञान केंद्र और उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूकाडा) के बीच करार होने वाला है। करार के तहत केंद्र की ओर से चारधाम यात्रा के उन स्थानों पर उपकरण लगाए जाएंगे जहां से हेली सेवा का संचालन किया जा रहा है।
बीते रोज उत्तराखंड के मौसम में हुए बदलाव के चलते विभिन्न हेली कंपनियों के चार हेलीकॉप्टर ने एम्स में इमरजेंसी लैंडिंग की थी। इन सभी हेलीकॉप्टर ने चारधाम यात्रा के लिए उड़ान भरी थी। ऐसे में अगर मौसम की सटीक जानकारी होती तो हवाई यात्रा को स्थगित किया जा सकता था। इस तरह की समस्या से बचने के लिए मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से करार के संबंध में यूकडा को पत्र भेजा गया है।
चारधाम के मौसम की नहीं मिल रही सटीक जानकारी
चारधाम यात्रा रूट में उपकरण न होने से मौसम की सटीक जानकारी नहीं मिल रही है। यही कारण है कि मौसम विज्ञान केंद्र ने इन स्थानों पर उपकरण लगाने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा है। लेकिन उपकरण लंबे समय तक नहीं लग पाने से मौसम का सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता। मौसम विज्ञान केंद्र ने हालांकि पूरी तरह से स्वचालित मशीनें लगाई हैं। लेकिन चारधाम यात्रा के दौरान बर्फबारी से यह खराब हो जाता है।
हेली सेवा को चलाने के लिए यूकाडा के साथ मिलकर उपकरण लगाने की योजना है। यह पत्र यूकाडा को भेजा गया है। जब बात चारधाम उपकरण की है, तो राज्य सरकार को भी पत्र भेजा गया है। सरकार के साथ मिलकर इन स्थानों पर मौसम का पूर्वानुमान करने वाले उपकरण लगाए जाएंगे। – बिक्रम सिंह, मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक