दून अस्पताल में भर्ती दोनों बच्चों की इन्फ्लुएंजा-ए की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद दोनों बच्चों में इन्फ्लुएंजा-ए के सब टाइप की जांच की गई। इसमें दोनों बच्चों में एच1एन1 सब-टाइप पॉजिटिव पाया गया। जो स्वाइन फ्लू को प्रजेंट करता है। चिकित्सकों का कहना है कि एच1एन1 एक सीजनल इन्फ्लुएंजा वायरस का प्रकार है, जिससे घबराने की नहीं बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है।
दून अस्पताल में एच1एन1 पॉजिटिव दो बच्चे भर्ती हैं। इन बच्चों को आइसोलेट कर इलाज किया जा रहा है। जिले में इन्फ्लुएंजा-ए के मरीज लगातार पॉजिटिव आ रहे हैं। इन मरीजों में इन्फ्लुएंजा-ए के सब-टाइप की जांच की जा रही है तो अधिकतर मरीजों की एच1एन1 रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। जो स्वाइन फ्लू को प्रजेंट करता है।
दून अस्पताल के बालरोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर मेजर डॉ. गौरव मुखीजा ने बताया कि दोनों बच्चों की इन्फ्लुएंजा-ए की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी इसके बाद दोनों बच्चों में इन्फ्लुएंजा-ए के सब टाइप की जांच की गई। इसमें दोनों बच्चों में एच1एन1 सब-टाइप पॉजिटिव पाया गया। जो स्वाइन फ्लू को प्रजेंट करता है। इन्फ्लुएंजा-ए के पॉजिटिव मरीजों में सब-टाइप की जांच की जाती है ताकि मरीज को चिह्नित कर दूसरों में फैलने से बचाया जा सके। यह एक व्यक्ति से दूसरे में फैल सकता है।
पशुओं से नहीं फैलता इन्फ्लुएंजा-ए
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सीएस रावत ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एच1एन1 संक्रमण को सीजनल इन्फ्लुएंजा की श्रेणी में रखा है। यह संक्रमण किसी पशु से नहीं व्यक्ति में फैलता है। यह मनुष्य से मनुष्य में फैलने वाला संक्रमण है। यह संक्रमण खांसी-जुकाम जैसे संक्रमण की तरह फैलता है। इस वायरस से घबराने की आवश्यकता नहीं है। सामान्य सावधानियां बरतने पर इससे बचा जा सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
कहीं भी न थूकें। खांसते-छींकते समय मुंह पर कपड़ा या रूमाल रखें। भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें। गर्म कपड़े पहने रहें। यदि किसी को सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण हों तो घर पर आराम करें। मास्क पहनें। डॉक्टर की सलाह पर ही दवा का सेवन करें। हाथ, मुंह और शरीर की सफाई का ध्यान रखें।