जिला प्रशासन के निर्देश पर गंगोत्री-गोमुख ट्रैक का स्थलीय निरीक्षण करने गया दल फिर से जिला मुख्यालय लौट आया है। टीम ने डीएम को बताया कि गोमुख ट्रैक पर कई जगह हिमखंड और ग्लेशियर आने से चीड़बासा से लगभग दो किमी आगे आम लोगों के पैदल आवागमन के लिए सुरक्षित नहीं है।
ट्रैक को सुरक्षित रखने के लिए कर्मचारी प्रयासरत हैं। इसके अलावा, इस मार्ग पर अभी सिर्फ प्रशिक्षित ट्रेकर्स ही चल सकेंगे। गंगोत्री नेशनल पार्क के वन क्षेत्राधिकारी, साहसिक पर्यटन अधिकारी और निरीक्षक एसडीआरएफ ने एक संयुक्त समिति बनाकर तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। ट्रैक का निरीक्षण करने के बाद जांच दल के सदस्य जिला मुख्यालय पहुंचकर निरीक्षण रिपोर्ट बना रहे हैं।