गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय का नाम आपने वेद संस्कृत और दर्शन में सुना होगा देश और दुनिया में। आज गुरुकुल नये आयाम पर स्थापित हो गया है कि अभियान्त्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के कम्प्यूटर साईंस एण्ड इंजी. में पियूष कुमार ने भारत में GATE exam में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त कर समविश्विद्यालय को क्षितिज पर स्थापित कर दिया है। वेद और योग के नाम से जाने जाना वाला विश्वविद्यालय अब तकनीकि विषयों में अनवरत् स्वर्ण अक्षरों में अपना दबदबा बनाता जा रहा है। यह बात हम नहीं कह रहे यह बात कम्प्यूटर साईंस एण्ड इंजी. के बी.टेक के छात्र कह रहे हैं।
आज कुलपति कार्यालय में विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने वाले छात्रों को सत्यार्थ प्रकाश एवं ओ3म् पट्टिका देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गुरकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय के संस्कृत विषय के मर्मज्ञ कुलपति प्रो. सोमदेव शतांशु ने कहा कि सत्यार्थ प्रकाश विज्ञान पर आधारित ग्रन्थ है जिसको सभी छात्रों को अवश्य अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती ने सत्यार्थ प्रकाश का सृजन सभी धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन करने के पश्चात् इन्सान बनने वाले पुस्तक का निर्माण किया है।
समविश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि देश-दुनिया में अभियान्त्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के छात्र अपना परचम फैला रहे हैं इस बात का यह सबूत है कि कम्प्यूटर साईंस में देश में प्रथम रैंक लाने के पश्चात् विश्वविद्यालय का नाम राष्ट्रीय पटल पर स्थापित कर दिया है। अभियान्त्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के संकायाध्यक्ष युवा वैज्ञानिक प्रो. विपुल शर्मा ने कहा कि प्रत्येक छात्र के अन्दर गुरुकुल की सुगन्धि बसनी चाहिए। गुरुकुल हमें संस्कार देता है जिससे हमारी संस्कृति पल्लवित होती है इसीलिए गुरुकुल साध्य है और यहाँ की वैदिक शिक्षा हमारे जीवन का साधन है।