ऋषिकेश के दो होनहार पावर लिफ्टिंग प्लेयरों ने रूस सरकार पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। दोनों प्लेयरों ने उत्तराखंड के सीएम पोर्टल पर अपने साथ हुए उत्पीड़न की शिकायत की है।
इस संबंध में गंगानगर निवासी पावर लफ्टिंग प्लेयर ध्रुव गुप्ता और ढालवाला निवासी प्रणय पांथरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि वह दोनों पावरलिफ्टिंग प्लेयर हैं। कई बार भारत का प्रतिनिधित्व विदेश में कर चुके हैं। देश का नाम रोशन करने के लिए कई बार मेडल भी जीता है। इस बार उत्तराखंड पावर लिफ्टिंग एसोसिएशन की ओर से वह 19 दिसंबर को रूस में आयोजित पावर लिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए गए। उनके पास पासपोर्ट वीजा अनुमति पत्र सब कुछ था। लेकिन 20 दिसंबर को मॉस्को एयरपोर्ट पर उनको एयरपोर्ट से बाहर जाने नही दिया गया। उनका पासपोर्ट और लगेज भी एयरपोर्ट प्रशासन ने अपने पास रख लिया। माइंस 15 डिग्री टेंपरेचर में वह ठंड से परेशान होते रहे। उनके हाथ पैर सूज गए। दवाई भी उनको नहीं मिली। भूख प्यास से परेशान होकर उन्होंने कई बार इंडियन एंबेसी से भी मदद की गुहार लगे लेकिन पूरी तरीके से मदद नहीं मिली। चैंपियनशिप खत्म होने के बाद उनको एयरपोर्ट से ही इंडिया वापस भेज दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि चैंपियनशिप में वह गोल्ड जीतकर भारत का नाम रोशन ना कर दें इसलिए उनको एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया गया। मजबूरी में उन्होंने उत्तराखंड वापस आने के बाद सीएम पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। मामले में निष्पक्ष जांच कर रूस सरकार पर दबाव बनाने की मांग की है। जिससे भविष्य में किसी भी प्लेयर का करियर इस प्रकार दांव पर ना लग सके। ध्रुव गुप्ता की माता रितु गुप्ता ने भी सरकार से मामले में हस्तक्षेप कर रूस सरकार से जवाब मांगने की मांग की है।