देहरादून एयरपोर्ट पर बीस विमानों की पार्किंग को डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) से हरी झंडी मिलने के बाद पार्किंग शुरू कर दिया गया है। इसमें दस बड़े और दस छोटे विमान एक साथ खड़े हो सकेंगे।
देहरादून एयरपोर्ट पर लगभग दो साल पहले नए टर्मिनल को बनाने के साथ ही विमानों के लिए पार्किंग क्षमता को भी बढ़ाने का काम शुरू किया गया था। धीरे-धीरे विमानों की पार्किंग क्षमता को आठ से 11 किया गया था। उसके बाद अब पार्किंग क्षमता को बढ़ाकर बीस कर दिया गया है। जिससे एयरपोर्ट पर एक साथ दस छोटे और दस बड़े एयरक्राफ्ट खड़े हो सकेंगे।
देहरादून एयरपोर्ट देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है। इसके अलावा प्राइवेट चार्टर्ड विमानों, राज्य विमान, राज्य हेलिकॉप्टर और दूसरे प्राइवेट कंपनियों के हेलिकॉप्टर की आवाजाही भी रहती है। पार्किंग क्षमता बढ़ने से विमानों को पार्किंग में आसानी रहेगी।
दिल्ली में खराब मौसम के कारण नेपाल और दूसरी राज्यों की कई फ्लाइट को पूर्व में इमरजेंसी के तौर पर देहरादून में उतारा जा चुका है। पार्किंग क्षमता बढ़ने से दिल्ली और आसपास के एयरपोर्ट की फ्लाइट को खराब मौसम या दूसरे कारणों के कारण एयरपोर्ट पर उतारा जा सकेगा। जिससे एयरपोर्ट का सामान्य हवाई यातायात भी बाधित नही होगा।
देहरादून एयरपोर्ट पर डीजीसीए की मंजूरी के बाद चौथे एयरोब्रिज को भी शुरू कर दिया गया है। जिसका यात्रियों को लाभ मिलना शुरू हो गया है। अब यात्री धूप व बारिश से बचते हुए टर्मिनल और विमान के बीच आवाजाही कर सकेंगे।
देहरादून एयरपोर्ट पर विमानों की पार्किंग क्षमता को बढ़ाकर बीस कर दिया गया है। इससे दस बड़े और दस छोटे एयरक्राफ्ट एक साथ एयरपोर्ट पर खड़े हो सकेंगे। वहीं एयरपोर्ट पर चारों एयरोब्रिज को भी शुरू कर दिया गया है।