इस सीजन में अभी तक बारिश या बर्फबारी नहीं हुई है, लेकिन मौसम ने अपना रंग दिखाने लगा है। शुक्रवार को मैदान से पहाड़ तक शीत दिवस था, जो इस सीजन में सबसे ठंडा दिन था। दिन का सर्वोच्च तापमान 13.4 डिग्री था, छह डिग्री की कमी के साथ। शनिवार से अगले चार दिन तक वहाँ शीत दिवस की स्थिति रहेगी।
पिछले कुछ दिनों से भारी कोहरा और पाला पड़ने से सूखी ठंड का अनुभव हो रहा है। शुक्रवार को दिन भर घना कोहरा, सर्द हवाएं और कम तापमान से कंपकंपी छूट गई। दिन भर बादल छाने की वजह से अंधेरा रहा। शाम को हल्का सूरज दिखा, लेकिन तापमान नहीं बदल गया। पंतनगर का अधिकतम तापमान 12.5 डिग्री था, छह डिग्री की कमी के साथ। हालाँकि, छह डिग्री की वृद्धि के साथ मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 18.7 डिग्री रहा, और नई टिहरी का भी तीन डिग्री की वृद्धि के साथ 18.8 डिग्री रहा।
क्या शीत दिवस है?
दिवस में शीतकाल शुरू होता है जब तापमान 10 डिग्री से कम हो जाता है और मौसम के सामान्य तापमान से 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। वहीं, 6.5 डिग्री से भी कम तापमान के बाद गंभीर शीत दिवस होता है।
शीत दिवस की स्थिति चार दिन तक रहेगी
आज से अगले चार दिन तक राज्य के कुछ जिलों में शीत दिवस की स्थिति रहेगी। मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि 16 दिसंबर तक देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल और हरिद्वार जिले में घना कोहरा और सर्द हवाएं होने की उम्मीद है।
ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में कोहरे का ओरेंज अलर्ट
आज (शनिवार) मौसम विज्ञान केंद्र ने ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में कोहरा छाने का ओरेंज अलर्ट जारी किया है। इन दोनों जिलों में भयानक शीत लहर होने की उम्मीद है। यही नहीं, देहरादून, पौड़ी और नैनीताल में घना कोहरा होने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भी शीत लहर होगी।
विंड चिल प्रभाव बारिश से पहले जारी रहेगा
इस साल विंटर बारिश न होने तक विंड चिल इफेक्ट जारी रहेगा, क्योंकि मौसम बदल गया है। कोहरा छाने और पाला पड़ने से ठिठुरन बढ़ जाएगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक बारिश या बर्फबारी का कोई अनुमान नहीं है। ऐसे में पहाड़ों में पाला तो मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा छाने से राज्य भर में ठंड लगेगी।