Dehradun: परीक्षा में नकल करने वाले गिरोह को पकड़ लिया

0
71

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) देहरादून ने इंजीनियर एंट्रेंस ऑनलाइन परीक्षा में नकल करने वाले गिरोह को पकड़ लिया है। रायपुर में एसओजी ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, इस सरगना के दो आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। आरोपियों से मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद हुए हैं। आरोपी परीक्षा केंद्र में पहले से ही सर्वर रूम से कुछ सिस्टम का एक्सेस लेकर नकल करते थे, जिसके लिए प्रत्येक अभ्यर्थी से एक से डेढ़ लाख रुपये वसूले जाते थे।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सहस्त्रधारा रोड पर स्थित एडू चॉइस कंसल्टेंसी नामक कंप्यूटर लैब में एसओजी और मेरठ एसटीएफ की संयुक्त टीम ने दबिश दी। यहां पर वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी तमिलनाडु ने 20 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच एक ऑनलाइन परीक्षा दी थी। दबिश में डांडा लखौंड निवासी जितेश कुमार और राहुल कुमार को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से लैपटॉप, परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड, मोबाइल फोन और एप्लीकेशन नंबर बरामद हुए।

आरोपियों के पास से ऑनलाइन परीक्षा की डिस्प्ले की फोटो कॉपी भी बरामद हुई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे अभ्यर्थियों के सिस्टम का सर्वर रूम से एक्सेस लेकर ऑनलाइन परीक्षा हल कराते थे। आरोपियों के खिलाफ मेरठ एसटीएफ की शिकायत पर आईटी एक्ट, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों ने बताया कि इस गिरोह के सरगना कुलवीर सिंह निवासी हरियाणा और गौरव बिजनौर उत्तर प्रदेश के हैं। इन्हीं के कहने पर यह नकल कराई जाती थी। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के बारे में अन्य जानकारियां जुटाई जा रही हैं। जल्द ही इन दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

 

ऐसे होता था काम

लैब को जितेश कुमार संचालित करता है। राहुल इसके ऑफिस का काम देखता है। कुलवीर और गौरव ने उन्हें इस तरह परीक्षा में नकल कराने के बारे में बताया था। कुलवीर की सेंट जेवियर स्कूल कैनाल रोड के पास ऑनलाइन एग्जामिनेशन नाम से एक कंप्यूटर लैब है। गौरव यादव और राहुल विभिन्न संस्थानों में प्रवेश दिलाने के लिए छात्रों से संपर्क करते हैं। उन्हें परीक्षाओं का फॉर्म भरवाकर एडमिट कार्ड उपलब्ध कराए जाते हैं। इसके बाद गौरव और कुलवीर के साथ मिलकर विभिन्न लैब से बातचीत कर परीक्षार्थियों के ऑनलाइन परीक्षा के दौरान पेपर हल कराते हैं।