बारिश नहीं होने से आसपास की पहाड़ियां सूखी हुई हैं, जिससे बार-बार वनाग्नि की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। तपोवन क्षेत्र के बाद अब रैणी गांव के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। वृहस्पतिवार रात को जंगल में अचानक आग लग गई। शुक्रवार तक जंगल का एक बड़ा हिस्सा आग से जल गया था। वन विभाग के कर्मचारी मौके पर आग को बुझाने के लिए पहुंचे हैं, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उन्हें बुझाया नहीं जा सका।
यह चौथी बार है कि चमोली जिले में जंगल की आग लगी है। हाल ही में चमोली जिले के पीपलकोटी, जोशीमठ के तपोवन क्षेत्र के जुग्जू, जुवाग्वाड़ के जंगलों में आग लग गई। अब रैणी गांव के जंगलों में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में आग लग गई है। बृहस्पतिवार शाम से रैणी गांव के जंगल में आग लगी हुई है।
रैणी गांव के ग्राम प्रधान भवान सिंह राणा ने बताया कि जंगल में कई प्रजातियों के पेड़-पौधे हैं और आग तेजी से फैल रही है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के वनक्षेत्राधिकारी गौरव नेगी ने बताया कि मौके पर विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में लगे हैं। वन कर्मी आग की लपटें नियंत्रित नहीं कर पाए क्योंकि सूखी घास पर लगी है। आग को जल्दी बुझाने की कोशिश की जा रही है।
पिंडर रेंज थराली के जंगल में भी आग, विभाग ने टीम बनाई
कर्णप्रयाग करना साथ ही, मध्य पिंडर रेंज थराली के गोठिंडा और जूनीधर के चीड़ के जंगलों में भी आग लगने से सैकड़ों पेड़-पौधे जल गए। जंगलों में आग से बचने की कोशिश कर रहे हैं। वन विभाग ने आग लगाने वालों को पकड़ने के लिए एक दल बनाया है। वन विभाग के कर्मचारी आग को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पिरुल के कारण आग तेजी से फैल रही है। आग नियंत्रित करने में खड़ी ढलान बाधा डालती है। गोठिंडा से कुनी के जंगलों में आग फैल गई है। हरीश थपलियाल, मध्य पिंडर रेंज थराली वन क्षेत्राधिकारी, ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने जंगलों में आग लगाई जा रही है। जल्द आग बुझा दी जाएगी। आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान करने के लिए लिए टीम का गठन कर दिया गया है। पकड़ में आने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।