79वां स्वतंत्रता दिवस – गर्व और देशभक्ति का प्रतीक
भारत 15 अगस्त 2025 को अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाने जा रहा है। यह दिन केवल तिरंगा फहराने और जश्न मनाने का अवसर नहीं है, बल्कि यह हमारे पूर्वजों के संघर्ष, बलिदान और आजादी की कीमत को याद करने का दिन भी है। हर साल की तरह इस बार भी देशभर के स्कूल, कॉलेज और विभिन्न संस्थान भाषण, निबंध और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे, जिनमें छात्र और वक्ता अपनी देशभक्ति को शब्दों में पिरोकर पेश करेंगे।
भाषण का महत्व
स्वतंत्रता दिवस का भाषण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि लोगों के दिलों में देशभक्ति और एकता की भावना जगाने का माध्यम है। एक दमदार और प्रेरणादायक भाषण श्रोताओं के मन में गर्व, आत्मविश्वास और जिम्मेदारी की भावना भर सकता है। यह न केवल हमारे इतिहास को याद करने का अवसर है, बल्कि भविष्य के लिए हमारे संकल्प को मजबूत करने का भी समय है।

भाषण तैयार करने के लिए टिप्स
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शुरुआत में प्रेरणा दें – भाषण की शुरुआत देशभक्ति से भरे एक उद्धरण, कविता या स्वतंत्रता सेनानियों के किस्से से करें, ताकि श्रोताओं का ध्यान तुरंत आकर्षित हो।
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संघर्ष की गाथा बताएं – आजादी के लिए हुए आंदोलनों, क्रांतिकारियों के बलिदान और ऐतिहासिक पलों का ज़िक्र करें।
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आज के भारत की तस्वीर – आज के भारत की उपलब्धियों और चुनौतियों को ईमानदारी से पेश करें।
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युवा पीढ़ी की भूमिका – बताएं कि आज के युवाओं की जिम्मेदारी केवल शिक्षा और करियर तक सीमित नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी है।
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भावनात्मक समापन – अंत में देश के लिए प्रेरणादायक संदेश देकर भाषण को समाप्त करें, ताकि श्रोताओं के दिल में देशभक्ति की आग और तेज हो जाए।
उदाहरण समापन पंक्ति
“आइए, हम सब मिलकर एक ऐसे भारत का निर्माण करें, जिस पर आने वाली पीढ़ियां गर्व कर सकें। जय हिंद! वंदे मातरम्!”
भाषण 1
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों,
आज हम सब यहां 15 अगस्त 2025 के पावन अवसर पर एकत्रित हुए हैं, जब हमारा देश अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह दिन हमें सिर्फ स्वतंत्रता की प्राप्ति का उत्सव नहीं मनाने का मौका देता, बल्कि उन महान वीरों की याद दिलाता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें यह अमूल्य उपहार दिया।
हमारे देश के लिए लड़ाई आसान नहीं थी। अनेक त्याग, अनेक संघर्ष और अनगिनत बलिदान के बाद हम आजाद हुए। इस आजा दी की रक्षा करना और इसे आगे बढ़ाना हम सबका कर्तव्य है।
आज का भारत तेजी से विकसित हो रहा है। विज्ञान, तकनीक, खेल, कला और संस्कृति के क्षेत्र में भारत विश्व में अपनी पहचान बना रहा है। यह सब संभव हुआ है हमारे नेताओं, वैज्ञानिकों, और हर नागरिक के कड़ी मेहनत और समर्पण से। लेकिन यह सब तभी संभव है जब हम सब मिलकर देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें। जाति, धर्म या भाषा के भेदभाव को भूलकर हम एक-दूसरे का सम्मान करें। यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
युवा वर्ग विशेष रूप से देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप सभी को शिक्षा और संस्कारों के साथ-साथ देशभक्ति की भावना से भी लैस होना होगा।
आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम सब मिलकर संकल्प लें कि हम अपने देश को और भी महान बनाएंगे। हर दिन अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे और देश की सेवा को अपना परम धर्म मानेंगे।
जय हिन्द!
भाषण 2
आदरणीय मंचासीन सदस्यगण, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों,
15 अगस्त 2025 का यह दिन हम सभी के लिए अत्यंत गर्व का दिन है। आज हम अपने देश की आजादी के 79 वर्षों का जश्न मना रहे हैं। यह आजादी हमें आसानी से नहीं मिली, बल्कि इसके पीछे असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान और संघर्ष छुपा हुआ है।
महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई, और कई अन्य क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें यह स्वतंत्रता दिलाई। हमें उनका सम्मान करते हुए, उनकी कुर्बानियों को कभी नहीं भूलना चाहिए।
आज हमें यह समझना होगा कि स्वतंत्रता सिर्फ अधिकार नहीं है, बल्कि बड़ी जिम्मेदारी भी है। हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों को भी पूरी निष्ठा से निभाना होगा। राष्ट्र सेवा कोई बड़ी या अलग चीज नहीं, यह हमारे दैनिक जीवन के छोटे-छोटे कार्यों से भी जुड़ी है। देश की साफ-सफाई, पर्यावरण की रक्षा, शिक्षा का प्रचार-प्रसार, सामाजिक सद्भाव और कानून का सम्मान ये सभी राष्ट्र सेवा के महत्वपूर्ण हिस्से हैं।
हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जो न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हो, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी संपन्न हो। जहाँ सभी वर्ग, जाति और धर्म के लोग मिल-जुलकर रहें।
इस स्वतंत्रता दिवस पर आइए, हम सब मिलकर प्रण लें कि हम अपने देश की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हम अपने छोटे-छोटे प्रयासों से भी भारत को विश्व गुरु बनाएंगे।
भारत माता की जय! वंदे मातरम्!