ऋषिकेश। संवाददाता विशेष।
देश की अग्रणी विद्युत क्षेत्र की सार्वजनिक उपक्रम कंपनी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDCIL) ने अपनी स्थापना के 38वें वर्ष में प्रवेश करते हुए शनिवार को स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया। ऋषिकेश मुख्यालय सहित देशभर की परियोजनाओं और इकाइयों में समारोह उत्साहपूर्वक मनाया गया।
समारोह का शुभारंभ अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) आर.के. विश्नोई द्वारा ध्वजारोहण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर निदेशक (कार्मिक) शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (तकनीकी) भूपेंद्र गुप्ता तथा निदेशक (वित्त) सिपन कुमार गर्ग भी उपस्थित रहे।

सीएमडी श्री विश्नोई ने अपने संबोधन में टीएचडीसीआईएल की प्रमुख परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि उत्तराखंड के टिहरी में स्थापित 1000 मेगावाट की वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज परियोजना (PSP) की दो यूनिटों का सफल कमीशन भारत के ऊर्जा इतिहास में मील का पत्थर है। यह देश की पहली वेरिएबल स्पीड टरबाइन आधारित परियोजना है, और किसी भी सीपीएसई द्वारा स्थापित सबसे बड़ी PSP परियोजना है।
इसके साथ ही उन्होंने 1320 मेगावाट की खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना की प्रथम यूनिट (660 मेगावाट) के सफल कमीशन का भी उल्लेख किया, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने इसे कंपनी के तापीय ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार का महत्वपूर्ण संकेत बताया।
विश्नोई ने कंपनी की प्रगति में निदेशक मंडल की रणनीतिक भूमिका की सराहना करते हुए निदेशक (कार्मिक), निदेशक (तकनीकी) एवं निदेशक (वित्त) के योगदान को रेखांकित किया।
उत्कृष्ट कर्मचारियों को किया गया सम्मानित
स्थापना दिवस के अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
कार्यपालक श्रेणी में अशुतोष कुमार आनंद, सम्राट मुखर्जी, राकेश बंसल, मयंक बाजपेयी, नयन रतूड़ी, बलवंत सिंह, प्रकाश कुमार साहू और मयंक चौहान को सम्मानित किया गया।
पर्यवेक्षक श्रेणी में त्रिवेणी सिंह घनाता और योगेश चंद्र जोशी को तथा
कामगार श्रेणी में सुदर्शन बिस्वाल, रोहितास सिंह और दीपक शाह को पुरस्कृत किया गया।
‘नमन’ और ‘गौरव’ पुरस्कार से विशेष सम्मान
पूर्व सीएमडी डी.वी. सिंह को संगठन के प्रति आजीवन समर्पण के लिए ‘नमन पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
वहीं नीरज वर्मा (कार्यपालक निदेशक-प्रभारी), ए.के. घिल्डियाल, अजय वर्मा, अजय कुमार गर्ग, और डा. ए.एन. त्रिपाठी को ‘गौरव पुरस्कार’ से नवाजा गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बढ़ाई शोभा
समारोह के अंत में आयोजित सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कर्मचारियों एवं उनके परिजनों की सहभागिता और रचनात्मकता को दर्शाया। कार्यक्रम में टीएचडीसीआईएल परिवार की संगठनात्मक एकता और विविधता की झलक देखने को मिली।