Uttarakhand: शिक्षा मंत्री ने कहा कि नए सत्र से लागू होने वाली नई व्यवस्था से छात्रों के बस्ते का बोझ कम होगा।

0
120

शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि आगामी शिक्षा सत्र से विद्यार्थियों पर बोझ कम होगा। मंत्री ने शिक्षा महानिदेशालय में बोर्ड के अधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा कि सरकार जल्द ही इसके लिए दिशा-निर्देश देगी। मुख्य शिक्षाधिकारियों को आदेश का पालन करना होगा।

प्रदेश भर के स्कूलों में तैनात अस्थाई शिक्षिकाओं को भी मातृत्व अवकाश मिलेगा। मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी स्कूलों में बच्चों के बस्ते का बोझ कम होगा और निर्धारित मानकों के अनुरूप होगा। एससीईआरटी उत्तराखंड के अधिकारियों को इसके लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने का आदेश दिया गया है।

Ads

सामाजिक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा

नई व्यवस्था को आगामी सत्र से ही लागू किया जाएगा, जब सरकार से निर्देश मिलेंगे। पूरे प्रदेश में 26 जनवरी 2024 तक निजी स्कूलों के संचालकों, प्रबंधकों, प्रधानाचार्यों और अभिभावकों के साथ जिला और राज्य स्तर पर बैठकों का आयोजन किया जाएगा, जिससे जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में आईसीएसई, सीबीएसई, उत्तराखंड बोर्ड और भारतीय शिक्षा बोर्ड के तहत कक्षा-एक से बारहवीं तक के निजी स्कूल हैं, जिनमें पढ़ने वाले बच्चों का बोझ उनकी क्षमता से कई गुना अधिक होता है।

संविदा और अस्थाई शिक्षकों को मातृत्व अवकाश मिलेगा

शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में कार्यरत संविदा और अस्थायी शिक्षिकाओं को मातृत्व अवकाश मिलेगा, जैसा कि अन्य पदों पर होता है। विभागीय स्तर से सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश दिए जाएंगे। बैठक ने नए निजी स्कूलों को टोकन मनी, या एकमुश्त धनराशि, देने का फैसला किया। इसके लिए नियमावली बदली जाएगी।