Crypto Phishing Scam: क्रिप्टो फिशिंग स्कैम कंगाल कर देंगे, जानें कैसे सुरक्षित डिजिटल कमाई करें

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बीते कुछ सालों में साइबर अपराध के मामले बढे हैं। साइबर अपराधी ठगी करने के लिए नए हथकंडों की खोज कर रहे हैं क्योंकि AI का दायरा बढ़ रहा है। यही कारण है कि क्रिप्टो फिशिंग स्कैम लोगों को डिजिटल तौर पर धोखा दे रहा है। क्रिप्टो फिशिंग स्कैम से धोखेबाजों को यूजर्स की गोपनीय जानकारी मिल रही है। जालसाजों ने चोरी की गई जानकारी का इस्तेमाल डिजिटल पूंजी बनाने के लिए किया है।

क्रिप्टो फिशिंग स्कैम से चुराई जाती है डिजिटल कमाई

जालसाज लोगों की डिजिटल कमाई चुराने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। धोखेबाज फर्जी वेबसाइट बनाकर, फर्जी ईमेल, सोशल मीडिया, लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज और निवेश फर्म के जरिए यूजर्स की जानकारी हासिल करते हैं। जालसाज पीड़ितों को बढ़िया रिटर्न जैसे दावों में फंसाते हैं, इसके बाद वह लोगों की डिजिटल कमाई को ठग लेते हैं।

किस तरह से होते हैं क्रिप्टो फिशिंग स्कैम

क्रिप्टो फिशिंग स्कैमर्स डिजिटल ठगी करने के लिए लोगों को फिशिंग लिंक भेजते हैं। जालसाज लोगों को फर्जी एसएमएस, ईमेल और फिशिंग लिंक भेजते हैं। इसके अलावा, साइबर अपराधी उन लिंकों में वायरस भी डालते हैं। जैसे ही व्यक्ति एक लिंक या ईमेल को अपने डिवाइस में खोलता है, मैलवेयर डिवाइस की सभी गोपनीय जानकारी चुरा लेता है।
स्कैमर्स अक्सर फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर कॉल करते हैं। जालसाज इसके बाद अपनी बातें उलझन में डालकर लोगों से डिजिटल अकाउंट या कई बार डिजिटल धन लेते हैं।

क्रिप्टो फिशिंग स्कैम से खुद को कैसे रखें सुरक्षित

अपनी डिजिटल चाबी की जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति से न दें।
डिवाइस पर किसी भी अनजान लिंक या ऑफर से बचें।
यदि किसी व्यक्ति को किसी प्लेटफॉर्म का अधिकारी बताया जाता है, तो किसी भी संवेदनशील जानकारी को साझा करने से पहले उसे वेरिफाई करना आवश्यक है।

क्रिप्टो फिशिंग स्कैम से बचने के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर दो फैक्टर वेरिफिकेशन और मजबूत पासवर्ड को ऑन रखें।
अपने उपकरण में एक अच्छे एंटीवायरस का उपयोग करें। नए सॉफ्टवेयर के साथ अपने डिवाइस को भी अपडेट रखें।
आप किसी भी ऑनलाइन गड़बड़ी की शिकायत संबंधित प्लेटफॉर्म पर करें।